Perseverance Rover : मंगल ग्रह का वो मिशन , जो 5 साल पहले नामुमकिन लगता था, वो आज मुमकिन हो चुका है।

[ Photo Credit : Nasa ]

मंगल ग्रह पर कदम रखने के लिए इंसान लंबे समय से तैयारी करता रहा है लेकिन अब यह सपना पर्सिवियरेंस(Perseverance rover) रोवर की बदौलत हक़ीक़त में तब्दील हो गया है. नासा के परज़ेवेरेंस रोवर ने साल 2021 में मंगल की सतह पर पहली बार कदम रखा.


Perseverance Rover

छह पहियों पर दौड़ने वाला यह रोवर अगले दो सालों तक मंगल ग्रह की सतह का जायज़ा लेगा, वहां मौजूद चट्टानों की ड्रिलिंग कर उनके नमूने इकट्ठा करेगा और इस ग्रह पर जीवन की संभावनाओं की तलाश करेगा.

6 सितंबर को नासा के पर्सिवियरेंस रोवर ने अपने पहले चट्टान के नमूने को इकट्ठा करने में कामयाबी हासिल की. कुछ दिनों के बाद इसने और अधिक चट्टानों के नमूने इकट्ठे किए. बाद में इस रोवर को जेज़ेरो क्रेटर से बेडरॉक के नमूने हासिल करने में भी कामयाबी मिली. माना जा रहा है कि यह शुरुआत है क्योंकि आने वाले वक्त में परज़ेवेरेंस 24 और चट्टानों के नमूने एकत्र करने की योजना पर काम कर रहा है.

मंगल ग्रह से एकत्र किए गए नमूनों को इस दशक के अंदर ही अमेरिका और यूरोपीय देशों के समन्वित प्रयासों से धरती पर लाया जाएगा.

[ Photo Credit : NASA ]

Perseverance Rover Launch

Perseverance rover 30 जुलाई, 2020 को सुबह 4:50 बजे PDT (7:50 बजे EDT) पर लॉन्च हुआ।
[Note: Eastern Time, Pacific Time से 3 घंटे आगे है]

 फ्लोरिडा के Cape Canaveral Air Force Station में Launch Complex 41 से Atlas V-541 rocket पर Launch किया गया। Atlas V interplanetary flight के लिए उपलब्ध सबसे बड़े रॉकेटों में से एक है। यह उसी प्रकार का रॉकेट है जिसने मंगल ग्रह पर InSight and Curiosity को Launch किया था। लॉन्च वाहन United Launch Alliance, Centennial Colorado द्वारा प्रदान किया गया था।
[ Photo Credit : NASA ]

Cruise phase

launch के तुरंत बाद spacecraft के रॉकेट से अलग होने के बाद cruise phase शुरू होता है। spacecraft लगभग 24,600 मील प्रति घंटे (लगभग 39,600 किलोमीटर प्रति घंटे) की गति से पृथ्वी से बाहर निकलता है। मंगल ग्रह की यात्रा में लगभग सात महीने और लगभग 300 मिलियन मील (480 मिलियन किलोमीटर) का समय लगेगा। उस यात्रा के दौरान, इंजीनियरों के पास spacecraft के flight path को adjust करने के कई अवसर होते हैं, यह sure करने के लिए कि मंगल ग्रह पर Jezero Crater पर arrival के लिए इसकी speed और direction best है। spacecraft के flight path में पहला बदलाव launch के लगभग 15 दिन बाद होता है।
[ Entry, Descent and Landing ; Photo Credit - Nasa ]

[ Ingenuity Helicopter ; Photo Credit : NASA ]

Ingenuity Helicopter

मंगल ग्रह पर पहली बार 'इनजेन्यूटी'(Ingenuity) नाम के एक हेलीकॉप्टर ने भी उड़ान भरी.ये उड़ान एक मिनट से भी कम समय के लिए थी. लेकिन बड़ी बात यह है कि इससे पहले कभी इंसान द्वारा बनाए किसी हेलीकॉप्टर को किसी अन्य ग्रह पर नहीं उड़ाया गया है.


3D Model of Ingenuity Helicopter

Credit :- NASA/JPL-Caltech


3D Model of Perseverance Rover

Credit:- NASA/JPL-Caltech


Where is Perseverance

Perseverance Rover Location: This interactive map shows the landing site for NASA's Perseverance rover within Jezero Crater. Perseverance landed on Feb. 18, 2021. The map also shows the location of the Mars Helicopter.

[Credit-NASA/JPL-Caltech]


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